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क्षयरोग(TB) का निदान(डायग्नोसिस) 

 

राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम(NTEP) सभी अनुमानित/प्रीसम्पटिव(Presumptive) रोगियों को माइक्रोबायोलॉजी(Microbiology) के आधार पर पुष्टि करने का प्रयास करता है। एनटीईपी(NTEP) के अंतर्गत,  क्षयरोग(TB) के लिए माइक्रोबायोलॉजिकल डायग्नोसिस(Microbiological diagnosis) के निम्नलिखित स्वीकार्य तरीके है:

स्पुटम स्मीयर माइक्रोस्कोपी(Sputum Smear Microscopy-for Acid Fast Bacilli - AFB): स्पुटम स्मीयर माइक्रोस्कोपी क्षयरोग(TB) के निदान की विश्वसनीय, सस्ती, आसान, सुलभ और तेज प्रक्रिया है।  इस जांच  के दौरान बलगम  में मौजूद टीबी जीवाणु को माइक्रोस्कोप की सहायता से देखा जाता है ।

  • Ziehl-Neelsen Staining

  • Fluorescence staining

Microscope - Free medical icons

रैपिड डायग्नोस्टिक मॉलिक्यूलर परीक्षण(Rapid Diagnostic Molecular Test): रैपिड मॉलिक्यूलर परीक्षण जिसके अंतर्गत NAAT जैसी तकनीकों का उपयोग करते है जोकि बहुत विशिष्ठ हैं। यह परीक्षण, रोगी के नमूने(बलगम)  में टीबी जीवाणु के जिनोमिक मटेरियल(Genomic Material) को बढ़ाते है , जिससे जीवाणु की पहचान जल्दी  और पूर्ण रूप से हो जाती है। रैपिड मलिक ने जांच दो तरीकों से की जाती है:

 1. न्यूक्लिक एसिड एम्प्लिफिकेशन टेस्ट(Nucleic Acid Amplification Test(NAAT) जैसे- जीनएक्सपर्ट(GeneXpert), ट्रूनाट(TrueNat)

Cepheid | GeneXpert System

चित्र: सीबीएनएएटी(CBNAAT) के लिए जीनएक्सपर्ट मशीन(GenXpert Machine)

 

Truenat TB Test - Diagnosis, resistance testing, COVID-19 - TBFacts

​चित्र: ट्रूनाट(TrueNat) मशीन

 

2.   लाइन प्रोब एसे(Line Probe Assay)

 कल्चर डीएसटी(Culture and DST): एक कल्चर टेस्ट में विभिन्न पदार्थों पर जीवाणु की मात्रा बढ़ाकर जीवाणु का अध्ययन करते है। इसमें यह पता लगाया जाता है कि कौनसा  जीवाणु मौजूद हैं। जबिक क्षयरोग  कल्चर टेस्ट यह देखने के लिए किया जाता है कि क्या रोगी के शरीर मे क्षयरोग(TB) जीवाणु माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) मौजूद हैं।

 

 

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drharshshah Fri, 10/03/2023 - 11:40

I have entirely updated the section with images. Kindly review it and modify accordingly.