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क्षय (TB) रोगी की काउंसलिंग

 

कॉउन्सलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे एक स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता(Health care Provider) और एक रोगी के बीच गोपनीय संवाद होता है जो रोगी को उसकी भावनाओं को परिभाषित  करने, तनाव से निपटने और उपचार के संबंध में निर्णय लेने में मदद करता है।

क्षय(TB) रोगी को विभिन्न चरणों में काउंसलिंग की जानी चाहिए: 

 

उपचार शुरू करने से पहले की जाने वाली काउंसलिंग उपचार के दौरान की जानेवाली काउंसलिंग उपचार पूरा होने के बाद की जानेवाली काउंसलिंग

 

·         क्षयरोग(TB) की जानकारी और उपचार की जानकारी

·         हवा से फैलनेवाली बीमारी को कैसे रोकना चाहिए

·         दवाई सही तरीके से लेने की आवश्यकता

·         सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यवाही/पब्लिक हेल्थ एक्शन(Public Health Action)

·         दवाई से होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी देना तंबाकू/शराब बंद करने के लिए समजाना

·         अन्य सहवर्ती रोगों(Comorbidities)  के बारे मे बताना चाहिए ।

 

·         दवाई सही तरीके से लेने ​​का महत्व समजाना

·         दवाई से होने वाले दुष्परिणामों(Adverse Drug Reaction) की जानकारी  देना

·         समय पर फॉलो-अप(Follow-up) के लिए समजाना।

·         सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यवाही/पब्लिक हेल्थ एक्शन(Public Health Action) के बारे में जानकारी

·         तंबाकू/शराब बंद करने के लिए समजाना।

·         अन्य सहवर्ती रोगों(Comorbidities)  का सही इलाज या उसकी बचाव प्रबंधन के बारे मे बताना चाहिए ।

 

  •  उपचार के अंत में परीक्षण करवाने की जानकारी
  • दीर्घकालिक फॉलो-अप(Long-term Follow-up) के बारे मे जानकारी
  • तंबाकू/शराब बंद करने के लिए समजाना

 

क्षयरोग(TB)  काउंसलिंग के उद्देश्य:

1. क्षयरोग(TB) फैलने से बचाना चाहिए ।

2. क्षय(TB) रोगियों की भावना को समझना एवं सहयोग करना ।

3. क्षय(TB)के रोगियों को  उपचार पूरा करने के लिए प्रेरित करना।

4. क्षय(TB) रोगियों को उनके व्यवहार के बारे में स्वयं निर्णय लेने में सहायता करना और उनके निर्णयों को पूरा करने में उनका सहयोग करना।

Image
effective counselling

चित्र: प्रभावी काउंसलिंग 

Resources:

·         https://www.scribd.com/document/277087148/CP-Ukraine-Tb-Hiv-Ipcc-2

 

 

 

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